मन मौन हुआ कि चिंतन में बदलती है चिंता
चिंता में चिंतन छुपा है लेकिन, चिंतन में चिंता नहीं छुपी रहनी चाहिए। आज ज्यादातर लोग चिंताग्रस्त हैं, क्योंकि सभी के जीवन में कोई न कोई परेशानी चल रही है, इसलिए चिंता होना स्वाभाविक है। जब चिंता कर रहे होते हैं तो भीतर चिंतन चल रहा होता है, लेकिन जब चिंतन चल रहा हो, तब यह अभ्यास करें कि चिंतन के नीचे से चिंता हट जाना चाहिए। जब आप चिंता में डूबे हुए होते हैं तो भविष्य का भय सामने होता है लेकिन, जब आप चिंतन में हों तो भयमुक्त होना चाहिए। भयमुक्त चिंतन के लिए चार काम करते रहिए, … Continue reading मन मौन हुआ कि चिंतन में बदलती है चिंता