वाह रे मुल्ला – तेरा जवाब नहीं…


मुल्ला नसीरुद्दीन को कौन नहीं जानता? उनके अपने मजाकिया स्वभाव से समझाने की आदत दुनिया में बेमिसाल है। मुल्ला न तो नमाज अदा करते थे न मस्जिद जाते थे, यह भी आप जानते ही होंगे। बस इसी कारण मुल्ला को सब नास्तिक व काफिर कहते थे। एक दिन उनके मोहल्लेवालों ने सोचा कि मुल्ला को मस्जिद जाने व नमाज पढ़ने हेतु समझाया जाए। मोहल्ले में नास्तिक का होना अच्छा नहीं। सो सबने मिलकर मुल्ला को समझाया। मुल्ला ने सबकी बात बड़े ध्यान से सुनी। …फिर कहा- देखो भाई मैं मस्जिद तो नहीं जा सकता हूँ, पर हां तुमलोग इतना फोर्स … Continue reading वाह रे मुल्ला – तेरा जवाब नहीं…